जल, स्वच्छता और आरोग्य शास्त्र (डब्ल्यूएएसएच-वॉश) पर तीन दिवसीय वर्चुअल सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर), हैदराबाद द्वारा जल शक्ति मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, यूनिसेफ और अन्य विकास भागीदार के सहयोग से किया जा रहा है। इस सम्मेलन में 'पंचायतों में पानी, स्वच्छता और स्वास्थ्यकर आदतों को आगे बढ़ाने' पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि ग्राम पंचायतों के लिए वॉश एजेंडा को आगे बढ़ाना महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्रामीण जलापूर्ति का काम उन्हीं का है। श्री नायडू ने सभी ग्रामीण लोगों तक प्रभावी सेवा वितरण के लिए पंचायतों को संस्थागत मजबूती सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, "यह शासन का एक महत्वपूर्ण पहलू है जिस पर मैं हमेशा जोर देता हूं- हर क्षेत्र में सेवाओं का कुशलता से अंतिम व्यक्ति तक वितरण- चौतरफा विकास को तेज करने की कुंजी है।"
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि एक राष्ट्र के रूप में, हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि प्रत्येक घर को सभी बुनियादी सुविधाएं मिलें - उनमें से सबसे आवश्यक वॉश से संबंधित सुविधाएं हैं। उन्होंने यह माना कि प्रत्येक ग्रामीण परिवार को शुद्ध पेयजल और स्वच्छता उपलब्ध कराना एक बहुत बड़ा कार्य है। श्री नायडू ने कहा कि "इसे तभी संभव किया जा सकता है जब इस एकमात्र लक्ष्य और दृढ़ संकल्प के साथ जिम्मेदार लोगों का बड़ा समूह आपस में हाथ मिलाए।"