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इस्लामाबाद- पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल कादिर पटेल को 10 अरब रुपये का मानहानि का नोटिस भेजा क्योंकि
उन्होंने (श्री पटेल ने) अन्य बातों के अलावा दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री की
मानसिक स्थिरता संदिग्ध थी।उन्होंने पटेल से बिना शर्त माफी मांगने को भी कहा है। पिछले हफ्ते, सरकार ने श्री इमरान खान के परीक्षणों की गोपनीय
मेडिकल रिपोर्ट साझा की थी, जो कथित तौर पर इस महीने की शुरुआत में श्री खान के हिरासत
में रहने के दौरान की गई थी। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि उनके पैरों में कोई
फ्रैक्चर नहीं पाया गया था, जबकि शराब और उनके मूत्र के नमूने में एक अवैध दवा पाई गई
थी।
कराची में एक संवाददाता सम्मेलन में श्री पटेल
द्वारा विवरण साझा किया गया था। मंत्री ने पीटीआई प्रमुख की मेडिकल रिपोर्ट को ‘सार्वजनिक दस्तावेज’ बताया और कहा था कि उन्हें
इसे जारी करने के लिए किसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
राजनेताओं और विश्लेषकों ने हालांकि, रिपोर्ट में स्पष्ट
विरोधाभासों की ओर इशारा किया था। जबकि रिपोर्ट में दावा किया गया था कि श्री
इमरान की ‘मानसिक स्थिरता संदिग्ध है’, उनके उच्च मानसिक कार्य को ‘बरकरार’ व नैदानिक स्थिति ‘स्थिर’ घोषित किया था। साथ ही
उन्हें राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) द्वारा हिरासत में लेने के लिए ‘फिट’ माना था।
डॉन समाचारपत्र के मुताबिक श्री पटेल को दिया
गया नोटिस को मानहानि अध्यादेश, 2002 की धारा 8 के तहत ‘गलत, निराधार, झूठी, भ्रामक, गलत, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक’ सूचना प्रसारित करने के लिए
भेजा गया हैं। श्री पटेल ने 26 मई को पत्रकार सम्मेलन में श्री इमरान के खिलाफ आग उगले थे।
नोटिस में कहा गया,“प्रेस कॉन्फ्रेंस को
पाकिस्तान के साथ-साथ पूरी दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलों, यूट्यब और विभिन्न अन्य
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से देखा गया। इसके अलावा, प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे
में विवरण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों में भी प्रकाशित किए
गए थे।”
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