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मोदी ने शुक्रवार को जारी बयान में सवालिया लहजे में कहा कि क्या करोड़ों देशवासियों ने बिना काम किये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सेवा का मौका दिया।
पटना- बिहार के पूर्व
उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी
ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के केंद्र सरकार पर काम न करने के आरोप पर पलटवार करते
हुए कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की संगत, कुर्सी का मोह और आंखों में प्रधानमंत्री
(पीएम) बनने के सपने भरे होने से श्री कुमार को सबसे तेज विकास करने वाली केंद्र
सरकार के काम नहीं दिखते। श्री मोदी ने
शुक्रवार को जारी बयान में सवालिया लहजे में कहा कि क्या करोड़ों देशवासियों ने
बिना काम किये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सेवा
का मौका दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में फोरलेन सड़कों का संजाल और नदियों पर
महासेतु का निर्माण क्या केंद्र सरकार के बिना सम्भव था।
भाजपा सांसद ने
कहा कि केंद्र सरकार ने 8000 करोड़ रुपये की लागत से बरौनी खाद कारखाने का आधुनिकीकरण कर इसे फिर चालू
कराया और पटना मेट्रो परियोजना को ऋण दिलाने में बड़ी भूमिका निभायी लेकिन श्री
नीतीश कुमार ने ट्वीट करके भी प्रधानमंत्री को धन्यवाद नहीं दिया। उन्होंने कहा कि
एक तरफ श्री नीतीश कुमार केंद्र पर काम न करने का अनर्गल आरोप लगाते हैं और दूसरी
तरफ केंद्रीय योजनाओं में रोड़ा अटकाते हैं ताकि प्रधानमंत्री को कोई श्रेय न मिल
जाए।
श्री मोदी ने
कहा कि बिहटा-पूर्णिया में हवाईअड्डा विस्तार, दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान
(एम्स) और विक्रमशिला में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए केंद्र सरकार
बजट का प्रावधान कर चुकी है लेकिन राज्य सरकार जमीन नहीं दे पा रही है। उन्होंने
कहा कि श्री नीतीश कुमार को न केंद्र का काम दिखता है, न वे उसे काम
करने देना चाहते हैं।
भाजपा सांसद ने
सवालिया लहजे में कहा कि केंद्र ही नहीं, देश के 12 से ज्यादा राज्यों में क्या भाजपा सरकारें बिना
काम किये दूसरी-तीसरी बार सत्ता में लौटी हैं। हाल में त्रिपुरा, मणिपुर, असम और गुजरात
में भाजपा काम के बूते ही सत्ता में लौटी। उधर श्री नीतीश कुमार की कामकाजी पार्टी
नगालैंड में साफ हो गई।
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