ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने शुरू किए 17 नए यूजी और पीजी डिग्री प्रोग्राम
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,सोनीपत,हरियाणा
- ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने 2022 से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र के लिए 12 स्कूलों में फैले 17 नए UG और PG के नए डिग्री प्रोग्राम शुरू किए हैं। इन पाठ्यक्रमों को
दुनिया के 42 विभिन्न देशों के 900 से अधिक पूर्णकालिक फैकल्टी सदस्यों द्वारा पढ़ाया जाएगा।
छात्रों के आदान-प्रदान, दोहरी
डिग्री, विदेश में अल्पकालिक अध्ययन और विसर्जन कार्यक्रमों के
द्वारा जेजीयू ने 65 से
ज़्यादा देशों में स्थापित 325 से
ज़्यादा अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी के सहयोग से छात्रों को भरपूर लाभ होगा। इन नए
पाठ्यक्रमों के साथ जेजीयू भारत का एक व्यापक लिबरल आर्ट्स, हुमानीटीज़, और
सोशल साइंसेज विश्वविद्यालय बन गया है।समकालीन
ज़रूरतों और वास्तविकताओं के लिए अद्वितीय प्रवृत्तियों और विकासों को ध्यान में
रखते हुए,
बहुआयामी कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर गठबंधन और छात्रों को सशक्त बनाने के लिए अत्याधुनिक पाठ्यक्रम में उन्हें
मौलिकता प्रदान करना है।
ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति, प्रोफेसर डॉ.सी. राज कुमार ने कहा, "जेजीयू
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
को लागू करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है। यह पिछले 12 वर्षों में संस्थान निर्माण में हमारा सामूहिक और प्रतिबद्ध
प्रयास है,
जो हमें इस नए मुकाम पर लाया है।दो नए स्कूलों और 17 नए यूजी और पीजी कार्यक्रमों का शुभारंभ संस्था और राष्ट्र
निर्माण में एक नई यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है।कोविड -19
महामारी के हमले के कारण दुनिया हमेशा के लिए बदल गई है, शिक्षा
और ज्ञान निर्माण में भी एक बड़ा बदलाव आया है। हमारे छात्रों और भविष्य के लीडर्स
को अप्रत्याशित और अनएंटीसिपेटेड चुनौतियों के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
प्रोफेसर (डॉ.) उपासना महंत, डीन, ऑफिस ऑफ एडमिशन एंड आउटरीच ने कहा, "हमारे
कार्यक्रम समकालीन वास्तविकताओं और चुनौतियों को संबोधित करने के लिए उत्कृष्ट
फैकल्टी सदस्यों के नेतृत्व में अत्याधुनिक शिक्षण, अनुसंधान, अंतःविषय और अनुभवात्मक सीख के लिए एक अद्वितीय ढांचा
प्रदान करते हैं।”
जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के लॉ एडमिशन और एसोसिएट डीन के
निदेशक प्रोफेसर आनंद प्रकाश मिश्रा ने कहा, "जो कोई भी आज भारत में कानून और संबंधित विषयों का अध्ययन
करने की इच्छा रखता है, उसे
जेजीएलएस में अध्ययन करने पर विचार करना चाहिए।”
जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल के एडमिशन निदेशक श्री विक्रम
सिंह तोमर ने जोर देकर कहा कि, "बदलते बाजार की गतिशीलता ने व्यावसायिक विश्लेषणात्मक कौशल
वाले प्रबंधन पेशेवरों के लिए नई आवश्यकताएं पैदा की हैं जिनके लिए पाठ्यक्रम में
पूरी तरह से बदलाव की आवश्यकता है।"